आज श्री मद भगवद गीता विद्यालय कुरुक्षेत्र के 75वें स्थापना दिवस पर पूर्व छात्र परिषद की ओर से स्व श्री गुरदयाल सिंह कौशल शोध केंद्र का उद्घाटन।
कार्यक्रम में प्राचार्य श्री अनिल कुलश्रेष्ठ ने 1946 से अभी तक विद्यालय की गौरवशाली इतिहास का वर्णन किया और शोध संस्थान के लिए पूर्व छात्रों को शुभकामनाएं दीं।
स्वामी संस्कृतानंद जी(श्री उमेश्वर कौशल जी) ने शोध संस्थान का उद्घाटन करते हुए कहा कि गीता विद्यालय कुरुक्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक रहे हैं और इस शोध संस्थान से विद्यार्थियों व शिक्षकों को सीखने को मिलेगा।
पूर्व छात्र डॉ पंकज शर्मा ने बताया कि शोध संस्थान का नाम विद्यालय के पहले पांच शिक्षक में से एक स्व श्री गुरदयाल सिंह कौशल स्मृति शोध संस्थान रखा है। संस्कृत एक वैज्ञानिक भाषा है और पहले संस्कृत में ही पूरा विज्ञान ,गणित, अर्थशास्त्र आदी लिखे हुए थे। इस शोध संस्थान के माध्यम से विद्यार्थी आधुनिक विज्ञान को भी जान पाएंगे। इस शोध संस्थान में संस्कृत, कंप्यूटर व विज्ञान के बारे विद्यार्थियों में जागरूकता आएगी।
स्व गुरदयाल सिंह कौशल जी के सुपौत्र श्री आशुतोष कौशल जी ने शोध संस्थान में परिवार की ओर से सहायता और संस्थान में अन्य विषयों को भी जोड़ने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में पूर्व छात्र व विद्यालय प्रबन्धक श्री अशोक रोशा, पूर्व छात्र श्री बोधेश्वर कौशल, परिवार के सदस्य और गीता विद्यालय के शिक्षक रहे।
Sri Sri Gurdayal Singh Kaushal Research Center was inaugurated by alumni of SMB Gita, Kurukshetra