Jammu Kashmir : विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद आज मेधावी छात्रों, समाज व व्यापार जगत में बेहतर प्रदर्शन करने वालों को करेगा सम्मानित
Publish Date:Sun, 13 Dec 2020 07:22 AM (IST)Author: Vikas
जम्मू, जागरण संवाददाता । विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद पहली बार जम्मू में एल्यूमनी मीट का रविवार को आयोजन करने जा रहा है। जम्मू कश्मीर विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद के संयोजन सुदीप शर्मा कहा कि रविवार को भारती विद्या मंदिर में रविवार को पहली बार राज्य स्तर की एल्यूमनी मीट का आयोजन किया जा रहा है।सुदीप ने ने बताया कि माैजूदा समय में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में करीब 10,000 पूर्व छात्र, सरकारी या पब्लिक सेक्टर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।पूर्व छात्र परिषद, जरूरतमंद छात्रों को वित्तीय शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता, स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवा रहा है।इतना ही नही परिषद अपने क्षेत्रों में स्कूल का बुनियादी ढांचा और मानव संसाधन जैसी सेवाएं भी छात्रों को उपलब्ध करवा रहा है।
रविवार को पूर्व छात्र परिषद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में दसवीं और बारहवीं की परिक्षाओं में मेधावी छात्रों को सम्मानित करेगा।इसके अलावा उन पूर्व छात्रों को भी सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने समाज और व्यापार जगत व अन्य व्यवसाए में नाम राेशन किया है।पूर्व छात्र परिषद के सदस्य, स्कूल प्रबंधन कमेटी, स्कूल अकेडमिक काउंसिल और अन्य समितियों के भी सदस्य हैं, जो स्कूलों के विकास को तरजीह दे रहे है। परिषद के सदस्यों का कहना है कि हमें गर्व है कि हम विद्या भारती इकाई के सदस्य हैं, इस मौके पर सदस्यों ने शपथ ली कि वे भारत को एक बार विश्व गुरू बनाने का संकल्प लेते हैं।
सुदीप शर्मा ने बताया कि जम्मू कश्मीर में पूर्व छात्र परिषद विश्व में सबसे पुरानी एल्युमनी हैं,जो मेरा स्कूल मेरा गौरव के लक्ष्य को लेकर काम कर रही है। इसमें 3,81,000 के करीब सदस्य हैं।विद्या भारती अखिल भारती शिक्षा संस्थान शिक्षा क्षेत्र में सबसे बड़ा गैर सरकारी संगठन है। संगठन में 12,000 से भी अधिक शिक्षा संस्थान जिसमें 13,000 अनोपचारिक शिक्षा संस्थान भी शामिल हैं।जिसमें 32 लाख छात्र, करीब 1.5 शिक्षकों के सानिध्य में देश विदेश में शिक्षा के पठन पाठन में लगे हुए हैं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में भारतीय शिक्षा समिति के 36 स्कूल चल रहे हैं।अधिकतर स्कूल किश्तवाड़, डोडा, लेह, और कारगिल जिलों में है। इनमें 9,000 छात्र पढ़ रहे है। करीब 600 शिक्षक इन्हें ज्ञान बांट रहे हैं।